पटना। बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन (बपीए) के अध्यक्ष मृत्युंजय तिवारी ने आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बताया कि राज्य का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की सुरक्षा भगवान भरोसे हो गया है। सरकार की उदासीन रवैया का दंश झेल रहा है यह स्टेडियम जो कभी विश्व कप क्रिकेट का गवाह बना था आज बदहाल और अनाथ स्थिति में है।
सीआरपीएफ जवानों के चले जाने के बाद स्टेडियम परिसर में खेलने वाले खिलाड़ियों के सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं सरकार को अविलंब इस पर ठोस निर्णय लेने चाहिए और इस स्टेडियम परिसर की सुरक्षा की उचित व्यवस्था करनी चाहिए।
पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय से सरकार इसके जीर्णोद्धार की बात करती रही है लेकिन इसका अभी तक कोई रोड मैप या प्लानिंग सर जमी पर नहीं उतर पाई है।
सरकार के सारे दावे आश्वासन खोखले साबित हुए राज्य की राजधानी में सरकार के नाक के नीचे जब राज्य का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा तो सरकार की खेल के प्रति उदासीन रवैया का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।
इसी परिसर में भारतीय खेल प्राधिकरण सैग सेंटर भी हैं इसमें भी कुछ खिलाड़ी रहते हैं इसका भी हाल बेहाल है। जब सरकार खेल के आधारभूत संरचना कोही चुस्त-दुरुस्त नहीं करेगी तो फिर खिलाड़ी कहां से निकलेगी बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन अपनी मांगों को लेकर खेल मंत्री से मुलाकात करेगी अगर जल्द समाधान नहीं निकला तो 5 जनवरी से मोइनुल हक स्टेडियम के गेट पर ही राज्य के खिलाड़ियों के साथ मृत्युंजय तिवारी अनशन पर बैठेंगे।