तेजस्वी यादव पहुंचे मोइनुल हक स्टेडियम
बोले, रणजी मैच के खत्म होते ही स्टेडियम निमार्ण कार्य होगा शुरू
शुक्रवार की दोपहर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अचानक से मोइनुल हक स्टेडियम पहुंचे। काफी लंबे समय स्टेयिडम में उन्होंने बिहार-छत्तीसगढ़ मैच को देखा। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूरी टीम स्टेडियम का मुआयना करने आई है। नगर विकास एवं आवास की पूरी टीम और स्पोटर्स अथॉरिटी के अधिकारी भी हमारे साथ आए हैं। जल्द ही इस स्टेडियम का निर्माण शुरू होगा। जब मेडल नौकरी पाओ की बात कही गई थी तो उसी वक्त मुख्यमंत्री ने मोइनुल हक स्टेडियम के निर्माण की भी बात कही थी। 3-4 महीने डीपीआर बनने में लगा और अब वह बनकर तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि चूंकि रणजी ट्रॉफी मैच शेड्यूल्ड है, तो इस मैच के खत्म होने के बाद ही इस स्टेडियम को तोड़कर इसके पुनर्निर्माण का काम शुरू होगा।



कहा, खुद खेल चुका हूं इस ग्राउंड में
तेजस्वी यादव ने अपने क्रिकेट के दोनों को याद करते हुए कहा कि मैं खुद इस मोइनुल हक स्टेडियम के ग्राउंड में खेल चुका हूं। इसके साथ ही यहां हुए वर्ल्ड कप मैच केन्या बनाम जिंबॉब्वे को देखा भी हूं। उस समय जब बारिश हुआ था, तो सुखाने के लिए हेलीकॉप्टर लाया गया था। मैं सुखदेव नारायण टूर्नामेंट भी खेल चुका हूं। मैं खुद क्रिकेटर रह चुका हूं इसलिए मैं चाहता हूं कि यह स्टेडियम इंटरनेशनल लेवल का बने। बिहार के लोगों की भी यही इच्छा है कि अपने फेवरेट खिलाड़ियों को यहां देखें। यहां इंटरनेशनल आईपीएल मैच हो, तो उसी हिसाब का स्टेडियम हम लोग यहां बनवा रहे हैं।
बिहार के खिलाड़ियों में है प्रतिभा
बिहार के टीम के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि मैं तो चाहता हूं कि बिहार की टीम अच्छा प्रदर्शन करे और जीते. बिहार में भी खिलाड़ियों का माहौल बना है और यहां काफी टैलेंट है। बिहार के कई खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को रिप्रेजेंट कर रहे हैं, चाहे वह ईशान किशन हो या फिर मुकेश कुमार। भले ही कई खिलाड़ी झारखंड से खेले हो, मगर वह है तो बिहार के ही।

उन्होंने कहा कि मैं जिस वक्त मैच खेलता था उस वक्त बिहार को रणजी की मान्यता नहीं मिली थी। मैं दिल्ली से खेला था। उस वक्त विराट कोहली और हम सब साथ खेलते थे। पहले दिन मैच में मैदान पर पहुंची दो टीम पर उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। हालांकि यह सुनने में आया है पर मैं एसोसिएशन से नहीं जुड़ा हूं तो मुझे इसका कारण नहीं पता है। यह मामला एसोसिएशन का है तो इसमें सरकार की कोई इंटरफ्रेंस नहीं है। यह बात एसोसिएशन के लोग ही बता सकते हैं।

