पटना। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के द्वारा आयोजित होने वाले मुश्ताक अली ट्रॉफी टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में भाग लेने वाली बिहार टीम चुनने के लिए ट्रायल मैच का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के चयनकर्ताओं ने चार टीमें बनाई है। टीम लिस्ट के बीसीए के वेबसाइट पर लगते ही पूरजोर विरोध शुरू हो गया है। तरह-तरह के कमेंट बीसीए के इंटरनल व्हाटशएप ग्रुप पर चलने शुरू हो गए हैं।
बिहार खेल जगत में तरह-तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई है। जिसका अंदेशा विगत चार दिनों से इंटरनल ग्रुप पर व्यक्त किया जा रहा था वह आज से नए तरीके से पुन: शुरू हो गया है। बिहार के खिलाड़ी व खेल प्रेमी कहते हैं कि आखिर जब मनमर्जी वाली लिस्ट बनानी थी तो राज्य के अंदर पहले जिला से लेकर जोनल स्तर पर मैच कराने का नाटक क्यों किया गया।
पूरे टूर्नामेंट में भागलपुर के सूर्यवंश का प्रदर्शन से सब लोग वाकिफ हैं। उसके बाद भी ट्रायल मैच के लिए घोषित लिस्ट में नाम नहीं है। भागलपुर की ओर सैफ खान का प्रदर्शन को आप देख लें उसे भी इग्नोर किया।
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सीतामढ़ी के रोहित ने इंटर डिस्ट्रिक्ट से लेकर इंटर जोनल मैच तक शानदार प्रदर्शन किया। कुल 19 विकेट अपनी झोली में डाले हैं। शिवहर के खिलाफ शानदार गेंदबाजी करते हुए मात्र 1 रन खर्च कर 6 विकेट लिये थे।
मधुबनी की ओर से संजय यादव ने शानदार खेल दिखाया पर उनका चयन नहीं हुआ। लोग कह रहे हैं आखिर अंकुश राज टीम में है किस आधार पर।
बहुत सारे ऐसे प्लेयरों को ट्रायल मैच के लिए घोषित टीमों में जगह दी गई है जिसका परफॉरमेंस बीसीए अंतर जिला से लेकर इंटर जोनल मैच तक ना के बराबर रहा है। ऐसे और भी परफॉर्मर प्लेयर आपको मिलेंगे जिसने टीम में जगह बनाने में सफलता हासिल नहीं की। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर नन परफॉर्प्लेमर प्लेयर को बीसीए में कब तक ढोया जाता रहेगा।
बीसीए इंटर जोनल डाटा




बीसीए इंटर डिस्ट्रिक्ट डाटा
बैटिंग


फील्डिंग







