पटना। राजधानी में रविवार को अब से कुछ ही देर में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए गोपाल बोहरा गुट ) की अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक में हाल ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की प्रशासक समिति द्वारा भेजे गए ईमेल पर सहित कई अन्य मुद्दों पर गहन चर्चा होने की संभावना है। बैठक शाम चार बजे से शुरू होगी।
खबर यह भी है कि राजधानी में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के जिला यूनिटों के पदाधिकारियों का जमावड़ा लगा है। जिला यूनिटों के पदाधिकारियों के जमावड़ा लगने का मतलब यह लगाया जा रहा है कि कोई बड़ा फैसला होने वाला है। खबर यह भी है कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के कुछ पदाधिकारी अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। बिहार क्रिकेट जगत में यह चर्चा है कि आखिर इस्तीफा कौन-कौन पदाधिकारी देने वाले हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले महीने की सात तारीख को बीसीसीआई की ओर से शाम 7.30 बजे एक ईमेल आया है जिसमें इन पदाधिकारियों के पद पर बने रहने पर सवाल खड़ा किया गया है।
सर्वोच्च अदालत द्वारा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का कामकाज देखने के लिए बनाई गई क्रिकेट प्रशासक समिति (सीओए) द्वारा भेजे गए ईमेल में कहा गया था कि आप दोनों गुट (जगन्नाथ सिंह के नेतृत्व वाले गुट और गोपाल बोहरा वाले गुट सक्षम न्यायालय से अपने-अपने पक्ष में कोई/समुचित आदेश प्राप्त करें तभी बीसीसीआई/उसकी प्रशासकीय समिति किसी भी गुट को मान्यता प्रदान करेगी। समुचित न्यायालय के आदेश आने तक बिहार क्रिकेट संघ को बीसीसीआई द्वारा किसी तरह का फंड नहीं दिया जायेगा।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित प्रशासक समिति ने इन दोनों गुटों की ओर से अपने-अपने तरफ से किये गए दावे के उत्तर में दोनों गुटों को निर्देशित करते हुए एक मेल प्रेषित किया है जिसमें उन्होंने दोनों गुट के दावे तथा उनके द्वारा जमा कराये संविधान को अप्रुव करने में अपनी असमर्थता जाहिर की थी।