नई दिल्ली, 16 अगस्त। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2025-26 घरेलू सत्र के लिए बहु-दिवसीय क्रिकेट में गंभीर चोट प्रतिस्थापन का नया नियम लागू कर दिया है। यह नियम हाल ही में इंग्लैंड में खेले गए एंडरसन-तेंदुलकर टेस्ट श्रृंखला के अनुभवों के आधार पर बनाया गया है।
नियम का सार
यदि किसी खिलाड़ी को मैच के दौरान गंभीर चोट लगती है, तो उसे प्रतिस्थापित किया जा सकता है।
चोट का होना मैच के दौरान और खेल क्षेत्र में होना अनिवार्य है।
प्रतिस्थापन की मंजूरी मैच रेफरी और मैदान पर मौजूद डॉक्टर की पुष्टि के बाद दी जाएगी।
यह नियम कन्कशन प्रतिस्थापन के समान है और इसे विशेष परिस्थितियों में लागू किया जाएगा।
पृष्ठभूमि
हाल ही में ऋषभ पंत और क्रिस वोक्स ने चौथे और पांचवें टेस्ट मैचों में गंभीर चोट का सामना किया, जिससे वे मैच जारी नहीं रख पाए।
पंत की चोट के बाद पूर्व भारतीय कप्तान गौतम गंभीर ने नियम का स्वागत किया, जबकि इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने इसे अव्यवहारिक बताया।
लागू क्षेत्र और सीमाएं
नियम केवल बहु-दिवसीय घरेलू क्रिकेट (जैसे सीके नायडू ट्रॉफी) में लागू होगा।
सफेद गेंद वाले टूर्नामेंट जैसे आईपीएल, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी या विजय हजारे टूर्नामेंट में यह नियम लागू नहीं होगा।
मैच रेफरी अंतिम निर्णयकर्ता होंगे और वे डॉक्टर एवं प्रतिस्थापन खिलाड़ी की सलाह के बाद निर्णय लेंगे।
अन्य बदलाव
नियम में जानबूझकर कम रन और रिटायर्ड बल्लेबाज पर भी संशोधन किया गया है।
नियम का उद्देश्य खिलाड़ियों की सुरक्षा और खेल की गुणवत्ता सुनिश्चित करना है।
बीसीसीआई का कहना है कि इस नियम से खिलाड़ी कल्याण बढ़ेगा और गंभीर चोट के कारण टीम को नुकसान नहीं होगा।