पटना। माननीय सुप्रीम कोर्ट में नए संविधान संशोधन को लेकर बीसीसीआई द्वारा दायर अर्जी पर आज बुधवार को सुनवाई हुई।
जिसमें कुछ असामाजिक तत्वों ने बिहार क्रिकेट संघ के नाम का इस्तेमाल करते हुए तथाकथित प्रवक्ता के रूप में बीसीसीआई के नए संविधान संशोधन पर विरोध जताया है।
जिसकी जानकारी प्राप्त होने के बाद बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने साफ- साफ शब्दों में कहा है कि बिहार क्रिकेट संघ बीसीसीआई का एक अभिन्न अंग है और खेल व खिलाड़ियों सहित संस्था के हित में लिए गए हर फैसले व निर्णय के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए मैं वचनबद्ध हूं।
इसीलिए सुप्रीम कोर्ट में भेजी गई बीसीसीआई के नए संविधान संशोधन के मामलों में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन बीसीसीआई के नए संविधान संशोधन का पुरजोर समर्थन करता है।
वहीं हमें जानकारी मिली है कि कुछ असामाजिक तत्व बीसीए का नाम इस्तेमाल कर आज की सुनवाई में नए संविधान संशोधन पर विरोध जताया। जबकि सच्चाई यह है कि ऐसे असामाजिक तत्वों से बिहार क्रिकेट संघ को कोई लेना-देना नहीं है ये तथाकथित प्रवक्ता भले हीं हो सकतें हैं।
क्योंकि क्रिकेट कोढ रूपी ऐसे दानवों की पहचान कर बीसीए बहुत पहले ही बर्खास्त कर चुकी है और जो तथाकथित अपने- आपको प्रवक्ता कहते फिर रहे हैं उनकी बर्खास्तगी की सूचना 12 फरवरी 2022 को ईमेल के माध्यम से भेज दी गई थी और बिहार क्रिकेट संघ के वेबसाइट पर भी अपलोड कर दी गई है।
उस समय से बिहार क्रिकेट संघ ऐसे असामाजिक तत्व को किसी भी गतिविधि शामिल होने पर पूरी पाबंदी लगा रखी है। इसलिए अब मैं ऐसे असंवैधानिक रूप से बीसीए का नाम इस्तेमाल कर सुप्रीम कोर्ट को गुमराह करने वाले सरफिरे पर कानून सम्मत कार्रवाई करने की गुहार लगाऊंगा। उपरोक्त विषय की विस्तृत जानकारी बीसीए मीडिया कमेटी के संयोजक सह प्रवक्ता कृष्णा पटेल ने दी।








