रोहतास। बिहार के रोहतास जिले के शिवसागर प्रखंड के बड्डी गांव के रहने वाले आकाशदीप राष्ट्रीय मानचित्र पर चमकने को तैयार हैं। बीसीसीआई द्वारा आयोजित होने वाले घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट में बंगाल की ओर से खेलने वाले आकाशदीप का चयन ईरानी ट्रॉफी के लिए शेष भारत एकादश टीम में किया गया है। हालांकि ईरानी ट्रॉफी के लिए शेष भारत एकादश टीम की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की गई। कोरोनावायरस के कारण यह आयोजन भी फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।


आकाशदीप वर्तमान में पश्चिम बंगाल रणजी क्रिकेट टीम का एक महत्वपूर्ण सदस्य है। उन्हें पहली बार पश्चिम बंगाल रणजी टीम में शामिल किया गया था और उन्होंने इस साल बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में कुल 35 विकेट चटकाये।

आकाशदीप ने अपने क्रिकेट कैरियर की शुरुआत विनय कृष्ण की देखरेख में की। बिहार में क्रिकेट का माहौल न होने के कारण आकाशदीप बंगाल चले गए। उन्होंने वहां से अंडर-23 और सैयद मुश्ताक ट्रॉफी खेला और उसमें बेहतर प्रदर्शन के कारण इस वर्ष उन्हें रणजी टीम में जगह दी गई।
आकाशदीप के पिता रामजीत सिंह का पांच साल पहले देहांत हो चुका है। पिता के जाने के बाद माता लडुमा देवी ने उनके खेल कैरियर को आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज अपने बेटे की इस उपलब्धि पर उनकी खुशी का का ठिकाना नहीं है। वे कहते हैं कि आकाशदीप अपनी मेहनत व प्रतिभा की बदौलत ऊंचाईयों की शिखर की ओर जा रहा है और आने वाले दिनों में वह और बेहतर करेगा।