कोलकाता। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने गुरुवार को महिला फुटबॉल का विस्तार करने और कम उम्र में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को उजागर करने के लिए अंडर-17 महिला लीग शुरू करने की अपनी योजना की घोषणा की।
चौबे ने यहां संवाददाताओं से कहा कि हम जल्द ही भारतीय खेल प्राधिकरण के सहयोग से भारत में अंडर-17 महिला लीग शुरू करने जा रहे हैं।
चौबे ने भारतीय फुटबॉल में पूर्ण लैंगिक समानता बनाए रखने का संकेत देते हुए कहा कि महासंघ की भारतीय महिला लीग (आईडब्ल्यूएल) में खिलाड़ियों के लिए न्यूनतम वेतन कैप शुरू करने की योजना है।
उन्होंने कहा कि यह सही नहीं है कि फुटबॉलरों के मानदेय में पुरुषों और महिलाओं के स्तर पर भारी अंतर हो। संतुलन बहाल करने के लिए सभी प्रयास किए जाने चाहिए।
चौबे ने कहा कि नव-निर्वाचित समिति भारतीय लाइसेंस प्राप्त कोचों और पेशेवर फुटबॉलरों को एक ऐसे स्तर पर ले जाना चाहती है जहां विश्व स्तर पर उनकी सबसे अधिक मांग हो।
उन्होंने कहा कि आज भारतीय व्यवसायी, कॉर्पोरेट अधिकारी, वैज्ञानिक आदि दुनिया में शीर्ष पदों पर काबिज हैं, फिर हमारे कोच और खिलाड़ी ऐसा क्यों नहीं कर सकते? हमारा मानना है कि सही शिक्षा और निर्देश दिए जाने पर वे भी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ साबित हो सकते हैं। हमें इसके लिए प्रयास करना चाहिए। चौबे ने कहा कि राज्य स्तर पर खेल में सुधार भारतीय फुटबॉल को आगे ले जाने का सबसे अच्छा मार्ग है, और भविष्य में संतोष ट्रॉफी और अन्य अंतर-राज्यीय चैंपियनशिप को बहुत महत्व दिया जाएगा।
एआईएफएफ अध्यक्ष ने एक सवाल के जवाब में कहा कि महासंघ पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कारों के लिए अपने नामांकित व्यक्तियों के नाम 15 सितंबर तक भेजेगा।