पटना। खेल समाचारों का वेबपोर्टल आपका अपना खेलढाबा.कॉम ने शान-ए-बिहार के नाम से एक वीडियो शृंखला चला रहा है। इस वीडियो शृंखला में आपको बिहार की वैसी खेल हस्ती के बारे में हम बताते हैं जिन्होंने राज्य, राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेल जगत की क्षितिज पर अपने गांव, जिला, राज्य और देश का नाम रोशन किया है। इसी कड़ी में आज हम चर्चा कर रहे हैं बिहार के हरफनमौला क्रिकेटर केशव कुमार की। तो आइए जानते हैं केशव कुमार के बारे में ढेर सारी बातें इस वीडियो के माध्यम से-
केशव कुमार को क्रिकेट से लगाव बचपन से थी। उन्होंने क्रिकेट के गुर सीखने के लिए मोइनुल हक स्टेडियम में चलने वाले राजीव गांधी फाउंडेशन क्रिकेट एकेडमी में नामांकन कराया। यहां मनोज कुमार ने उन्हें तरासा। संत कैरेंस हाईस्कूल से स्कूली शिक्षा प्राप्त करने वाले केशव कुमार ने बिहार में क्रिकेट का माहौल न देख कर झारखंड का रुख किया और उन्होंने वहां जिला क्रिकेट लीग खेल कर राज्य अंडर-15 टीम में अपनी जगह बनाई। यह बात वर्ष 2003 की है। पहले ही साल उन्होंने लगातार तीन शतक बंगाल, असम और ओड़िशा के खिलाफ जड़े। इसी प्रदर्शन के आधार पर इनका सेलेक्शन अंडर-15 इंडिया कैंप में हो गया। इसी साल इन्हें झारखंड अंडर-17 टीम की कमान सौंप दी गई। इसमें किये गए प्रदर्शन के आधार पर इन्हें अंडर-19 टीम में जगह मिली और इसी साल वे अंडर-25 टीम में सेलेक्ट हो गए। इस टीम में महेंद्र सिंह धौनी भी उनके साथ थे। अगले साल उन्हें अंडर-19 टीम की कमान सौंपी गई।
केशव ने अपने प्रदर्शन के आधार पर एनसीए और जेडसीए कैंपों में हिस्सा लिया। साथ अंडर-19 और अंडर-17 के जोनल मैचों में खेला। केशव ने धौनी के साथ रणजी वनडे मैचों के साथ-साथ रणजी ट्रॉफी, मुश्ताक अली ट्रॉफी के मैच खेले हैं।
केशव का चयन अंडर-23 इंडिया कैंप में हुआ। केशव ने अपना पहला फर्स्ट क्लास मैच हिमाचल प्रदेश के खिलाफ रांची में 29 दिसंबर 2008 में खेला। पहला लिस्ट मैच त्रिपुरा के खिलाफ तीन जनवरी 2004 को खेला। वर्ष 2007 में ओड़िशा के खिलाफ पहला टी-20 मुकाबला खेला।
वर्ष 2011 में विजय हजारे ट्रॉफी का खिताब जीतने वाली झारखंड टीम के सदस्य भी रहे हैं केशव कुमार। झारखंड ने यह खिताब मुंबई जैसी सशक्त टीम को हरा कर जीता था। केशव कुमार ने रोहित शर्मा और अभिषेक नायर का विकेट चटका कर मैच का रुख झारखंड की ओर मोड़ा था।
बिहार में क्रिकेट का माहौल लौटा था तो केशव कुमार अपने राज्य की ओर से खेलने लगे। पहली बार विजय हजारे ट्रॉफी में हिस्सा लेने वाली बिहार टीम ने र्क्वाटर फाइनल में जगह बनाई। इस टीम की कमान केशव कुमार के पास थी। उन्होंने इस सत्र में विजय हजारे ट्रॉफी में कुल दस विकेट चटकाये थे।
पूर्व मध्य रेलवे दानापुर मंडल में कार्यरत केशव कुमार अपने ऑफिसियल टूर्नामेंटों में भी शानदार खेल दिखाया है। उनकी कप्तानी में पूर्व मध्य रेलवे, हाजीपुर की टीम ने ऑल इंडिया रेलवे क्रिकेट टूर्नामेंट में तीसरा स्थान हासिल किया है।
केशव कहते हैं कि वाईसीसी स्पोट्र्स एकेडमी के कोच संतोष कुमार उर्फ चैपल हमेशा हौसला बढ़ाते रहते हैं। जब मैं पहली बार झारखंड अंडर-15 टीम में सेलेक्ट हुआ था तो उन्होंने हमें बैट गिफ्ट किया था जिससे हमें तीन लगातार शतक जमाये हैं। वे कहते हैं कि मैं क्रिकेट को इंज्वाय करता हूं। वर्तमान समय में टीम में वापसी के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं खासकर फिटनेस पर पूरा ध्यान दे रहे हैं।