पटना। राज्य की दयनीय खेल व्यवस्था को दुरुस्त करने, खिलाड़ियों की नियुक्ति तथा अन्य मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय तिवारी ने तीसरे दिन खेल मंत्री प्रमोद कुमार के विशेष आश्वासन और अनुरोध पर अनशन को स्थगित कर दिया। खेल मंत्री के निर्देश पर बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के निदेशक सह सचिव आशीष कुमार सिन्हा ने नारियल पानी पिलाकर तिवारी का अनशन समाप्त कराया।
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि हम आज अपना आमरण अनशन खेल भावना के तहत खेल दिवस की गरिमा को कायम रखने के लिए तत्काल स्थगित कर रहे हैं। आज खेल मंत्री प्रमोद कुमार ने दूरभाष पर हमसे बात कर हमारी सभी मांगों पर ठोस कार्रवाई अति शीघ्र करने की बात कही तथा सभी विषयों को लेकर आज ही बैठक होने का आश्वासन दिया तथा अनशन समाप्त करने का अनुरोध किया।
तिवारी ने कहा यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब अनशन पर बैठ जाते हैं तभी खेल विभाग हरकत में आती है। तिवारी ने कहा कि सरकार ने हमारी सभी मांगों पर गंभीरता से कार्रवाई आरंभ कर दी है। हमारी एक मांग पूरी हुई जो मोइनुल हक स्टेडियम कई महीनों से बंद पड़ा था उसमें फिर से खेल बहाली का आदेश निर्गत हो गया है। हम अपनी मांगो पर आज भी अडिग हैं अगर एक महीने में कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है तो फिर से खिलाड़ियों के साथ सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे। हमारा उद्देश्य बिहार में खेल के विकास एवं खिलाड़ियों को हक दिलाने के लिए सकारात्मक और सहयोगात्मक रहा है।
तिवारी ने कहा खेल सम्मान समारोह में सम्मानित होने वाले खिलाड़ियों की सूची अंतिम समय में जारी करना गलत है क्योकि अगर किसी खिलाड़ी को कोई आपत्ति होती है तो उसे अपनी आपत्ति दर्ज करने का समय ही नहीं मिल पाता । खिलाड़ियों की सूची एक सप्ताह पूर्व ही जारी होना चाहिए।