बेंगलुरु, 8 नवंबर। विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए शनिवार को दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ के खिलाफ चार दिवसीय मैच की दूसरी पारी में नाबाद 127 रन की दमदार पारी खेली। यह उनका इस सीरीज़ में लगातार दूसरा शतक रहा, जिससे भारत ‘ए’ की स्थिति बेहद मजबूत हो गई और साथ ही उन्होंने भारतीय टेस्ट टीम में चयन के लिए अपना दावा और पुख्ता कर लिया।
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भारत ए की मजबूत स्थिति
भारत ‘ए’ ने अपनी दूसरी पारी सात विकेट पर 382 रन बनाकर घोषित की, जिससे टीम की कुल बढ़त 416 रन की हो गई। दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ ने दिन का खेल खत्म होने तक बिना किसी नुकसान के 25 रन बना लिए थे। स्टंप्स के समय लेसेगो सेनोक्वेन (9) और जॉर्डन हरमन (15) क्रीज पर टिके हुए थे। दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए अब भी 392 रनों की जरूरत है।
जुरेल-दुबे की शानदार साझेदारी
जुरेल ने छठे विकेट के लिए हर्ष दुबे (84) के साथ 184 रनों की जबरदस्त साझेदारी की। दोनों बल्लेबाजों ने विपरीत परिस्थितियों में धैर्यपूर्ण और क्लासिकल बल्लेबाजी की। जुरेल ने 83 गेंदों में अर्धशतक और फिर 159 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जबकि दुबे ने 76 गेंदों पर पचासा ठोका।
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जुरेल की पारी में कट, ड्राइव और फ्लिक जैसे खूबसूरत शॉट्स शामिल रहे। उन्होंने एक भी जोखिम भरा शॉट नहीं खेला और दक्षिण अफ्रीका ए के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया। दुबे को जब शून्य पर जीवनदान मिला, तब काइल सिमोंड्स ने मोरेकी की गेंद पर शानदार कैच पकड़कर उनकी पारी का अंत किया।
ऋषभ पंत की चोट और आक्रामक पारी
कप्तान ऋषभ पंत को दिन के पहले सत्र में तीन बार गेंद लगने के कारण ‘रिटायर्ड हर्ट’ होना पड़ा। उन्हें तेज गेंदबाज शेपो मोरेकी की गेंद हेलमेट, कोहनी और पेट पर लगी। हर बार उन्हें चिकित्सा सहायता लेनी पड़ी। कोच ऋषिकेश कानिटकर ने एहतियात के तौर पर उन्हें वापस लौटने को कहा, हालांकि पंत बल्लेबाजी जारी रखना चाहते थे।

बाद में लौटकर उन्होंने 54 गेंदों पर 65 रन की तेजतर्रार पारी खेली जिसमें पांच चौके और चार छक्के शामिल थे। उनके आउट होने के तुरंत बाद भारत ‘ए’ ने पारी घोषित कर दी।
पहली पारी में भी जुरेल का जलवा
जुरेल ने इस मैच की पहली पारी में भी नाबाद 132 रन बनाए थे। इस तरह उन्होंने मैच में कुल 259 नाबाद रन जोड़कर अपनी शानदार निरंतरता दिखाई। इस प्रदर्शन से उन्होंने यह साबित किया कि वह लंबे प्रारूप में भरोसेमंद विकेटकीपर-बल्लेबाज हैं और टीम इंडिया के टेस्ट स्क्वाड में अपनी जगह के मजबूत दावेदार बन चुके हैं।
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दक्षिण अफ्रीका ए की गेंदबाजी
दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ के लिए ओकुहले सेले तीन विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे। उनके अलावा मोरेकी और वान वुरेन को एक-एक विकेट मिला। भारत ‘ए’ की पारी में शुरुआती झटके मिलने के बाद जुरेल, दुबे और पंत ने मोर्चा संभालते हुए टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।
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जुरेल का टेस्ट भविष्य
वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछली टेस्ट श्रृंखला में ऋषभ पंत की अनुपस्थिति में जुरेल ने भारत की ओर से विकेटकीपिंग की भूमिका निभाई थी और दूसरे टेस्ट में शतक भी जड़ा था। अब जबकि पंत चोट से उबर चुके हैं, जुरेल का यह प्रदर्शन चयनकर्ताओं को कठिन निर्णय लेने पर मजबूर कर सकता है। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि जुरेल का यह निरंतर प्रदर्शन उन्हें भारत की टेस्ट एकादश के बेहद करीब ले आया है।