पटना। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के अंतिम क्वार्टरफाइनल राजस्थान को कड़ी टक्कर देकर कुछ रनों से हारने वाली बिहार टीम का अहमदाबाद (गुजरात) में शानदार स्वागत हुआ। वहां टीम का स्वागत किया बिहार की एक महिला पूर्व क्रिकेटर ने। उस महिला क्रिकेटर का नाम है स्मृति सिंह। स्मृति सिंह गुजरात अंडर-19 महिला टीम की कोच हैं और बहुत दिनों से गुजरात में क्रिकेट की गतिविधियों में लगी हुई हैं।
स्मृति सिंह पटना जिला क्रिकेट संघ के संयुक्त सचिव अरुण कुमार सिंह और पूर्व कोषाध्यक्ष सुनील रोहित की भगिनी हैं।
स्मृति सिंह ने बिहार टीम के मैनेजर आंनद मिश्रा व सहायक कोच प्रमोद कुमार से अहमदाबाद में मुलाकात की टीम के सदस्यों के लिए मिठाई व चॉकलेट गिफ्ट के रूप में दिये। क्वार्टरफाइनल मुकाबले में शानदार खेल दिखाने मंगल महरौर से विशेष रूप से भेंट कर उन्हें स्पेशल गिफ्ट दिया।
स्मृति सिंह ने खेलढाबा.कॉम से विशेष बातचीत में कहा कि काश बिहार टीम जीत जाती तो मजा आ जाता। उन्होंने कहा कि बिहार टीम ने बढ़िया खेल दिखाया। उन्होंने कहा कि इन सबों से मिल कर हमें काफी अच्छा लगा।
बिहार की रहने वाली स्मृति सिंह ने बीसीसीआई के लेबल ए कोच की परीक्षा भी पास कर रखी है। स्मृति सिंह बिहार की ओर से सबजूनियर, जूनियर, सीनियर और फिर ईस्ट जोन खेला। बिहार की ओर पहला शतक जड़ने वाली महिला खिलाड़ी बनी। बिहार टीम और पूर्वी क्षेत्र की कप्तानी की। कैरियर में तीन शतक और उन्नीस अर्धशतक लगाए हैं।
2000 में झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से खेलने का मौका मिला। दो साल झारखंड स्टेट से खेलने के बाद पारिवारिक दायित्वों के कारण क्रिकेट खेलने को अलविदा कह दिया पर जुड़ी रहीं। उसी साल झारखंड स्टेट टीम की कोच बन गई। शादी की वजह से कुछ सालों के लिए क्रिकेट से ब्रेक लिया। 2007 में झारखंड सीनियर क्रिकेट टीम का सेलेक्टर नियुक्त किया गया। शादी के बाद में गुजरात चली गईं और वहां भी क्रिकेट से नाता जुड़ा हुआ है।