पटना। पटना के क्रिकेट को पटरी पर लाने के लिए के जिला के सीनियर खिलाड़ियों ने कमर कसी है और उन्होंने इसके लिए इसकी रूपरेखा तैयार की है। सीनियर खिलाड़ियों को इंटरनल राजनीति के कोई मतलब नहीं हैं। उनका मूल उद्देश्य है यहां के क्रिकेटरों को खेलने का मौका मिले यानी सही तरीके से पटना का घरेलू क्रिकेट आयोजित किया जायेगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस रूपरेखा को तैयार करने के लिए सीनियर खिलाड़ियों की दो बार बैठक हो चुकी है। पहली बैठक में कुछ दिन पहले हुई थी और दूसरी बैठक रविवार को आयोजित की गई थी। पहली बैठक में संघ के पदाधिकारियों के साथ-साथ सीनियर खिलाड़ी मौजूद थे। इस बैठक में खिलाड़ियों ने तय किया कि आप सबों का विवाद है इसीलिए अब मैच कराने की जिम्मेवारी खिलाड़ी लेता है पर खर्च संघ को देना होगा। साथ ही इसी बैठक में खिलाड़ियों की पांच सदस्यीय कमेटी बनाने की बात हुई जो मैचों का संचालन करेगा।
इसी के मद्देनजर रविवार को दूसरी बैठक आयोजित की गई जिसमें पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया। इस कमेटी में राजेश सिन्हा, गुलरेज अख्तर, सौरभ चक्रवर्ती, संजीव कुमार कुनकुन और निशांत हैं। खिलाड़ियों द्वारा इस कमेटी संघ के दोनों पक्षों को सौंपा जायेगा। उम्मीद की जा रही है कि इस सीजन में पटना के क्रिकेटरों के दिन बहुरेंगे।
गौरतलब है कि पटना जिला क्रिकेट एसोसिएशन दो खेमे में बंटा हुआ है। दो खेमों में बंटे होने के कारण पिछले दो-तीन साल से यहां का घरेलू किसी तरीके से हो रहा है। इस सीजन में तो दोनों खेमों ने अपने-अपने लीग अलग-अलग कराएं। इसके कारण खिलाड़ियों को काफी परेशानी हुई। साथ ही बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में खिलाड़ियों के नाम भेजने को लेकर काफी संशय रहा।




