पटना, 6 मई। पटना जिला क्रिकेट संघ के निर्वाचित सचिव सुनील रोहित ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के द्वारा नियुक्त संचालन कमेटी पर सवाल उठाते हुए यह बताया कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के नियमावली 48 (बी) के तहत बीसीए को जिला के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है। उनके द्वारा नियुक्त कमेटी अवैध एवं असंवैधानिक है।
उन्होंने तथाकथित संचालन कमेटी के अध्यक्ष जो कि एक वकील भी हैं एवं एक सदस्य को अपना पीठ खुद थपथपाने के लिए निंदा किया। वह खुद सोचे की तदर्थ कमेटी का कार्यकाल 3 महीने का था तो वे 2 साल से कैसे कार्य कर रहे है। बीसीए को नियम कानून से कोई मतलब नहीं रह गया है।
लोकतंत्र में चुनाव के द्वारा ही किसी भी संगठन का संचालन होता है। पर पीडीसीए के मामले में बिहार क्रिकेट संघ मनमानी करते हुए अपने लोगों को असंवैधानिक रूप से नियुक्त कर लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
निर्वाचित कमेटी गैरकानूनी कैसे हो सकता है? दो व्यक्ति बीसीए की सांठ-गांठ कर क्रिकेट का संचालन कर रहे हैं या हमें मान्य नहीं है। यह लोग एक साथ लीग मैच करने का आश्वासन भी देते हैं और चुपचाप अकेले लीग मैच कराने लगते हैं। वादा खिलाफी में माहिर है। इसके खिलाफ हमने उचित फोरम पर वाद भी दायर किया है। जब तक निर्वाचित कमेटी को काम करने नहीं दिया जाएगा तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।