मसौढ़ी (पटना)। बिहार के पटना जिला के मसौढ़ी शहर के संत मैरी स्कूल में गुरुवार को भारतीय खो-खो जगत में एक नया इतिहास रचा गया। यों तो पुरुषों की लीग कई राज्य संघों व नेशनल संघ द्वारा आयोजित की जा चुकी है पर वीमेंस की खो-खो लीग की शुरुआत पहली बार बिहार में किया गया। इस लीग का नाम है बिहार वीमेंस खो-खो लीग।
रंगारंग समारोह के बीच इस लीग का उद्घाटन भारतीय खो-खो महासंघ के महासचिव एमएस त्यागी, एसएचओ मसौढ़ी थाना संजय कुमार, पंजाब नेशनल बैंक मसौढ़ी शाखा के मैनेजर संतोष कुमार, संत मैरी स्कूल के सेक्रेटरी फादर प्रभु दास, खो-खो एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव नीरज कुमार पप्पू, हारुन राशिद, मो तहवैग और मृगेंद्र प्रताप सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर और मार्च पास्ट की सलामी लेकर किया। इसके बाद खो-खो एसोसिएशन ऑफ बिहार का झंडोत्तोलन हुआ।
दुधिया रोशनी के बीच आयोजित इस उद्घाटन समारोह में मार्च पास्ट भी आकर्षक रहा। इस लीग में खेल रहीं येलो योद्धा, रेड रेंजर्स, ग्रीन जायंट्स, व्हाइट वारियर्स, ब्लू ब्लास्टर्स,पिंक पॉयनियर्स, गोल्डन गर्ल्स और सिल्वर स्टार्स के खिलाड़ियों ने स्कूल के बैंड की धुन पर आकर्षक मार्च पास्ट कर सबों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अतिथियों को बुके देकर और पगड़ी बना कर खो-खो एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव नीरज कुमार पप्पू, स्कूल के छात्राएं खुशबू कुमारी, आयुषी कुमारी, स्कूल के खेल शिक्षक अशोक कुमार सिंह, अनीस कुमार, पंकज कुमार, तानिया कुमारी, कर्तिका कांत ने स्वागत किया।
इस मौके पर अल्टीमेट खो-खो लीग के खिलाड़ी बिहार के अश्विनी कुमार को भारतीय खो-खो महासंघ के महासचिव एमएस त्यागी ने विशेष रूप से सम्मानित किया।
उद्घाटन के मौके पर संत मैरी स्कूल के स्वागत गान समेत अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम को प्रस्तुत कर सबों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। समारोह का संचालन राष्ट्रीय उद्घोषक शैलेश कुमार ने किया। इस मौके पर उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
अपने उद्बोधन में मसौढ़ी थाना के एसएचओ संजय कुमार ने कहा कि आप बच्चों से हमारी गुजारिश है कि आप अपने बड़ों के साथ-साथ छोटों का भी आदर करना सीखें। आप दूसरों का आदर करें तभी आपको सम्मान मिलेगा।
भारतीय खो-खो महासंघ के महासचिव एमएस त्यागी ने खो-खो एसोसिएशन बिहार और संत मैरी स्कूल को बिहार वीमेंस खो-खो लीग के बेहतर आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह आयोजन बिहार में खो-खो के विकास के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने खिलाड़ियों को कहा कि आप कभी भी शार्टकट मेथड अपना कर सफलता पाने की कोशिश नहीं करेंगे। आप अगर ईमानदारी से मेहनत करेंगे तो सफलता आपको अवश्य मिलेगी।
उन्होंने कहा कि अब खो-खो खेल कर आप नौकरी पा सकते हैं। खो-खो अब केवल भारत ही नहीं विदेश में भी खेला जाने लगा है। अभी एशियन चैंपियनशिप का शानदार आयोजन हुआ। अल्टीमेट खो-खो लीग से भी भारत में खो-खो के प्रचार व प्रसार हो रहा है। उन्होंने अविभावकों से भी आग्रह किया कि आप अपने बच्चों को खेल के क्षेत्र में भेजने का प्रयास करें ताकि उनका शारीरिक व मानसिक विकास हो सके।