पटना। क्या इन जिलों में क्रिकेट नहीं होता है क्या। क्या इन जिलों के क्रिकेट पदाधिकारियों को अपने खिलाड़ियों की चिंता नहीं है। क्या इन जिलों ने नाम भेजे और बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने कोई गलती कर दी जो इन जिलों के खिलाड़ियों के नाम इस लंबी-चौड़ी लिस्ट से गायब हैं। ऐसे कई सवाल बिहार क्रिकेट जगत से कूच बिहार ट्रॉफी के लिए होने वाली बिहार टीम चयन के लिए जारी लिस्ट के जारी होने के बाद उठाये जा रहे हैं। जिन जिलों के प्लेयरों के नाम इस लिस्ट में दिखाई नहीं पड़ रहे हैं वे हैं औरंगाबाद, बांका, गया, सुपौल और मुंगेर। इन जिलों के एक भी प्लेयर का नाम इस लिस्ट में नहीं है। इन जिलों टीमों यहां के अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट में हिस्सा भी लिया था पर नाम गायब कैसे।
दूसरा सवाल यह है कि कुछ जिलों से 5 से अधिक प्लेयरों का नाम है। यह कैसे हो गया जबकि जिलों ने पांच-पांच प्लेयर की लिस्ट की मांगी गई थी।
सोशल मीडिया पर एक सवाल और उठाया जा रहा है वह जिला यूनिट के मामले का। कहा जा रहा है कि जिला यूनिट का मामला क्यों नहीं समाप्त किया जा रहा है। अंपायर विनय झा ने अपने वॉल पर लिखा है कि
एक और सवाल यह कि जब सरवन निगरोध का नाम टॉप-20 में है तो फिर पूर्णिया जिला क्रिकेट संघ ने एक खिलाड़ी का कोटा क्यों बर्बाद किया गया जबकि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने कह रहा है कि इस ट्रायल प्रक्रिया में उन 33 खिलाड़ियों को शामिल नहीं किया जाएगा, जिनका चयन पूर्व में राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के द्वारा किया जा चुका है। इन 33 खिलाड़ियों को चयन प्रक्रिया के अगले चरण में शामिल किया जाएगा। सरवन निगरोध टॉप-33 नहीं टॉप-20 में हैं।