पटना, 24 मई। बिहार क्रिकेट जगत का माहौल एक बार फिर से गरम होने लगा है। होना भी लाजिमी है क्योंकि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन का चुनावी वर्ष जो है।
मौका है बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के एक नहीं दो एसजीएम का और इसे लेकर एक बार फिर से दो खेमे आमने-सामने हैं और केंद्र बिंदु में है पटना के दो निजी होटल। एक है अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी का तो दूसरा अमित कुमार का खेमा। ऐसे राकेश कुमार तिवारी का खेमा
अमित कुमार को अपना सचिव नहीं मानता है और अमित कुमार का खेमा राकेश कुमार तिवारी को अपना अध्यक्ष नहीं मानता है।
राकेश कुमार तिवारी खेमे की विशेष आमसभा की बैठक पाटलिपुत्रा कॉलोनी के एक निजी होटल में होना है। इस बैठक का एजेंडा है चुनाव के लिए प्रक्रिया के नियमों पर चर्चा और निर्णय लेना। 2025-2028 के कार्यकाल के लिए COM के चुनाव से संबंधित मामलों पर चर्चा और निर्णय लेना। अध्यक्ष की अनुमति से कोई अन्य महत्वपूर्ण मामला।
अमित कुमार खेमे की विशेष आमसभा की बैठक राजधानी पटना के कंकड़बाग स्थित एक निजी होटल में होगी। इस बैठक को लेकर मीडिया कमिटी के चेयरमैन कृष्णा पटेल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि बिहार क्रिकेट संघ के मूल जिला संघ के सभी प्रतिनिधि भाग लेंगे। इस विशेष आम सभा में बीसीए की नियमित चुनावी प्रक्रिया प्रारम्भ करने, नैतिक अधिकारी व लोकपाल की नियुक्ति समेत अनेक बिंदुओं पर चर्चा के बाद निर्णय लिए जाएंगे।
दोनों खेमों की बैठकों का समय 11 बजे से शुरू होने का है।
दोनों तरफ से जिला संघों को लुभावने बोल बोले जा रहे हैं। राकेश कुमार तिवारी खेमे की ओर से वेबपोर्टल पर सूचना डाल कर कहा गया है कि अफवाहों से दूर रहें और संवैधानिक संस्था के साथ रहें।
दूसरी ओर अमित कुमार की ओर से जिला संघों को कहा जा रहा है कि बिहार क्रिकेट को डूबने से बचाना है तो अमित कुमार का साथ दें और आत्मा की आवाज सुन कर अमित कुमार वाले एसजीएम में हिस्सा लें। जिला संघों को कहा जा रहा है कि आप पहले भी मजबूत थे और आगे भी रहेंगे। आपसी भेदभाव को भूल कर एक होकर हम सब एक उद्देश्य विवाद रहित बिहार क्रिकेट बनाने का संकल्प लें। अमित कुमार के खेमे में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े कई पुराने दिग्गज भी शामिल हैं।
कुल मिला कर देखना है कि इस शक्ति परीक्षण में क्या होता है।
ऐसे भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के द्वारा आयोजित होने वाले सभी गतिविधियों में राकेश कुमार तिवारी खेमे की ही सहभागिता रही है। अमित कुमार भी राकेश कुमार तिवारी पैनल से ही वर्ष 2022 में सचिव पद के लिए निर्वाचित हुए थे। बाद में उन्हें क्यों हटाया गया इसे लेकर दोनों तरफ से अलग-अलग बयान हैं। खेलढाबा.कॉम इस घटना चक्र पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं देगा। कौन सही है और कौन गलत यह उचित फोरम बतायेगा।

